बीकानेर@ पीबीएम के आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर के विद्युत पैनल में मंगलवार की शाम अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। मरीजों को आस-पास के अन्य परिसरों में शिफ्ट करने के लिए ट्रॉलियां और व्हीलचेयर कम पड़ गईं। कैंसर हॉस्पिटल के विद्युत पैनल में शाम को करीब 6.30 बजे अचानक चिंगारियों उठने लगी और प्लास्टिक के तारों ने आग पकड़ ली। उसका धुआं ओपीडी ब्लॉक में फैल गया। मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्डों ने धुआं देखा तो स्टाफ को सूचना देकर सबसे पहले लाइट कटवाई।
धुआं इतना घना था कि सांस लेना मुश्किल होने लगा। विद्युत पैनल के ऊपर वाली मंजिल पर ही ऑपरेशन थिएटर और आईसीयू है, जहां दो मरीज वेंटिलेटर पर थे। उनमें से एक मरीज को पोस्ट कोविड आईसीयू और दूसरे को बीएमडी में शिफ्ट कर दिया गया। इसके अलावा हॉस्पिटल में चार मरीज मेडिकल ऑन्कोलॉजी के आईसीयू में और 52 रेडियोथैरेपी के वार्डों में भर्ती थे।
उन सभी को शिफ्ट करने का काम रात 11 बजे तक जारी था। दरअसल मरीजों को शिफ्ट करने के लिए ट्रॉलियां और व्हील चेयर पर्याप्त मात्रा में नहीं थे। करीब आठ-दस ट्रॉलियां और व्हीलचेयर थे, जिन पर मरीजों को शिफ्ट किया जा रहा है। रोगियों को उन्हीं के परिजन लेकर जा रहे थे। कैंसर विभाग के सभी रेजिडेंट डॉक्टर और ड्यूटी पर मौजूद नर्सिंग स्टाफ मोबाइल टार्च की रोशनी में मरीजों को शिफ्ट करने में जुटा रहा।
26 साल पुरानी बिल्डिंग में बिजली का लोड बढ़ा आचार्य तुलसी रीजनल कैंसर रिसर्च सेंटर की बिल्डिंग करीब 26 साल पुरानी है। इसका संचालन ट्रस्ट के जरिए होता है। बिजली की व्यवस्था पीबीएम का ईएमडी विभाग देखता है। बताया जाता है कि बिजली के पैनल में तार पुराने हो चुके थे। हॉस्पिटल में एसी के कारण लोड बढ़ चुका था। सभी डॉक्टरों के कमरों में एसी लगे हुए हैं, जो चालू हालत में रहते हैं। कई बार तो रात में भी ऑन रह जाते हैं। विद्युत पैनल की मेंटिनेंस तक लंबे समय से नहीं हो पाई थी। सुरक्षा गार्डों ने बताया कि शाम को 6.50 बजे चिंगारी निकलने से बिजली के तारों ने आग पकड़ ली।
पैनल में प्लास्टिक कोटिंग वाली मोटी वायरिंग होने के कारण आग से घना धुआं फैल गया। सुरक्षा गार्डों की सूचना पर तत्काल बिजली की सप्लाई बंद करवा दी गई, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। पैनल के पास ही सोनोग्राफी की मशीन लगी हुई है। हालांकि शाम के समय ओपीडी ब्लॉक खाली रहता है। इसलिए किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। पीबीएम हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज को मिलाकर करीब एक हजार एसी है, जिनके कारण लोड बढ़ रहा है। इसी वजह से पिछले दिनों ईएनटी हॉस्पिटल में चर्म रोग विभाग के एचओडी कक्ष में आग लग गई थी। इससे पहले मेडिसिन आईसीयू के पीछे बिजली के पैनल में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। वहां से मरीजों को शिफ्ट करना पड़ा था।
कैंसर हॉस्पिटल के बिजली के पैनल में आग लगी थी, जिस पर समय रहते काबू पा लिया गया है। यह सही है कि गर्मी में विद्युत लोड बढ़ गया है। तारों की काफी पुरानी है। उन्हें बदला जाएगा। -डॉ. सुरेंद्र कुमार वर्मा, अधीक्षक, पीबीएम
हमारे रेजिडेंट और नर्सिंग स्टाफ ने सभी मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है। बुधवार को पूरी बिल्डिंग की वायरिंग चैक होगी । सभी मरीज ठीक हैं-डॉ. नीति शर्मा, डायरेक्टर, कैंसर हॉस्पिटल
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