– देराजसर से आया था युवक: मां ने सिर्फ हाथ लगाकर कहा था- 'जल्दी देख लो', इसी बात पर भड़का डॉक्टर; बिना इलाज किए चला गया
– वायरल वीडियो का सच: डॉक्टर ने जड़े थप्पड़; पीड़ित बोला- 5 डॉक्टरों ने मिलकर मारा, सुरक्षाकर्मी बने रहे मूकदर्शक
बीकानेर, 30 दिसंबर (मंगलवार)।बीकानेर के पीबीएम हॉस्पिटल (PBM Hospital) के ट्रॉमा सेंटर में सोमवार देर रात इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया। सीने में तेज दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे एक मरीज का इलाज करने की बजाय डॉक्टर ने उसे बाल पकड़कर पीटा और थप्पड़ मारे।
हैरान करने वाली बात यह थी कि जब डॉक्टर मरीज को पीट रहा था, तब उसकी मां हाथ जोड़कर और गिड़गिड़ाते हुए बेटे को छोड़ने की भीख मांग रही थी, लेकिन डॉक्टर का दिल नहीं पसीजा।
मां की 'गुहार' डॉक्टर को लगी 'नागवार'
घटनाक्रम के अनुसार, देराजसर (बीकानेर) निवासी गोपाल (25) को सीने में तेज दर्द था। वह अपनी मां विक्की देवी (40) के साथ ट्रॉमा सेंटर आया था।
- विवाद की वजह: मां विक्की देवी ने बताया, "भीड़ ज्यादा थी और बेटे को दर्द हो रहा था। मैंने डॉक्टर को हल्के से हाथ लगाकर कहा कि 'डॉक्टर साहब, इसे जल्दी देख लो'। बस इतना कहते ही डॉक्टर भड़क गया और मुझे डांटने लगा।"
- बेटे का विरोध: अपनी मां को डांटते देख गोपाल को गुस्सा आ गया और उसने विरोध किया, जिसके बाद डॉक्टर्स आपा खो बैठे।
बाल पकड़े, थप्पड़ मारे और बिना इलाज किए चले गए
प्रत्यक्षदर्शियों और पीड़ित के अनुसार:
- मारपीट: आरोप है कि केबिन से बाहर आने के बाद डॉक्टर ने गोपाल के बाल पकड़े और उसे थप्पड़ मारे। गोपाल ने आरोप लगाया कि 5 डॉक्टरों ने उसके साथ मारपीट की।
- मां का दर्द: वीडियो में साफ दिख रहा है कि मां विक्की देवी बीच-बचाव करते हुए हाथ जोड़ रही है, लेकिन मारपीट जारी रही।
- डॉक्टर का अहंकार: सुरक्षाकर्मियों के बुलाने पर डॉक्टर वापस आया और बोला- "मैंने हाथ लगाने के लिए मना किया था, इसकी हिम्मत कैसे हुई?" इसके बाद डॉक्टर बिना इलाज किए ही वहां से चला गया।
सुरक्षाकर्मी बने रहे दर्शक
वीडियो में देखा जा सकता है कि हंगामा होने पर सुरक्षाकर्मी बीच-बचाव के लिए आए, लेकिन कई सुरक्षाकर्मी केवल मूकदर्शक बनकर खड़े रहे। अंत में किसी तरह मामले को शांत कराया गया।
अधीक्षक बोले- कार्रवाई करेंगे
पीबीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ. बी.सी. घीया ने कहा, "घटना का वीडियो सामने आया है। मामले की जानकारी ली जा रही है। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।"

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