– स्टडी वीजा पर गया था रूस: किचन के काम का झांसा देकर सेना में किया भर्ती, जबरन भेजा बॉर्डर; आज घर पहुंचेगा शव
– परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़: मंत्रियों से लगाई थी गुहार, 7 दिन पहले मेल पर मिली थी मौत की सूचना; गांव में पसरा मातम
बीकानेर/लूणकरणसर, 17 दिसंबर (बुधवार)।रूस-यूक्रेन युद्ध की आग अब बीकानेर के आंगन तक पहुंच गई है। जिले के लूणकरणसर तहसील के अरजनसर गांव के निवासी एक युवक अजय गोदारा की रूस में जंग के दौरान मौत हो गई है। अजय स्टडी वीजा पर रूस गया था, लेकिन वहां उसे धोखे से युद्ध के मैदान में उतार दिया गया।
बुधवार को अजय का शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा है। थोड़ी देर में शव एंबुलेंस के जरिए अरजनसर स्थित उसके घर पहुंचेगा। बेटे की मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
वीडियो में कहा था- हमें जबरन जंग में उतारा जा रहा है
अजय की मौत से कुछ दिन पहले ही उसका एक वीडियो सामने आया था, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल है।
- अपील: वीडियो में अजय ने परिजनों को बताया था कि, "हमें यहां किचन के काम का बोलकर लाया गया था, लेकिन अब जबरन सेना में भर्ती कर जंग के मैदान (यूक्रेन बॉर्डर) में उतारा जा रहा है। यहां हालात बहुत खराब हैं। जो कहा गया था, वो नहीं हो रहा। शायद यह मेरा आखिरी वीडियो हो।"
- गुहार: उसने भारत सरकार और परिजनों से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन मदद पहुंचने से पहले ही होनी को कुछ और मंजूर था।
28 नवंबर 2024 को गया था रूस
जानकारी के अनुसार, अजय 28 नवंबर 2024 को स्टडी वीजा पर रूस गया था। वहां एजेंटों ने उसे अच्छे पैसे और किचन के काम का लालच दिया। लेकिन वहां पहुंचते ही उसे रूस की सेना के साथ जोड़ दिया गया और हथियारों के साथ फ्रंटलाइन पर भेज दिया गया।
7 दिन पहले आया था ई-मेल
परिजनों ने बताया कि अजय की सुरक्षा और घर वापसी के लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा से भी गुहार लगाई थी। लेकिन करीब 7 दिन पहले एक ई-मेल के जरिए अजय की मौत की सूचना मिली। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद आज शव भारत लाया गया है।
ग्रामीणों ने केंद्र सरकार से मांग की है कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और कबूतरबाज एजेंटों पर कार्रवाई हो, ताकि भविष्य में किसी और मां की गोद सूनी न हो।

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