– बड़ा खुलासा: 8 साल में 9 शहरों में फैलाया जाल; बीकानेर में 42 लोगों से ठगे 5.80 करोड़, पत्नी और ससुराल वाले भी शामिल
– आईजी का एक्शन: पुलिस ने पहले मामले रफा-दफा किए, अब आईजी हेमंत शर्मा ने तलब कीं सभी फाइलें
बीकानेर, 21 दिसंबर (रविवार)।सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर बेरोजगारों की मेहनत की कमाई लूटने वाला एक बड़ा गिरोह पुलिस की रडार पर है। झुंझुनूं और श्रीगंगानगर में कोचिंग चलाने वाले जयगणेश सोनी ने बीकानेर संभाग सहित पूरे प्रदेश में ठगी का ऐसा जाल बिछाया कि 8 साल में करीब 20 करोड़ रुपये हड़प लिए।
ताजा मामला बीकानेर का है, जहां पिछले दो सालों में इस ठग ने 42 लोगों से 5.80 करोड़ रुपये ठग लिए। हैरत की बात यह है कि पुलिस ने इनमें से कई मामलों में एफआर (Final Report) लगाकर फाइल बंद कर दी थी, लेकिन अब रेंज आईजी हेमंत शर्मा के दखल के बाद पुरानी फाइलें फिर खुली हैं।
ठगी का तरीका: नेताओं के साथ फोटो और फर्जी दस्तावेज
जयगणेश सोनी का ठगी करने का तरीका बेहद शातिर था:
- कोचिंग की आड़: वह झुंझुनूं और श्रीगंगानगर में कोचिंग सेंटर चलाता था, जहां से वह शिकार तलाशता।
- रसूख: वह कर्मचारी चयन आयोग (SSC) और आरपीएससी (RPSC) में अपनी ऊंची पहुंच बताता था। भरोसे के लिए वह नेताओं और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपनी फोटो दिखाता था।
- फर्जीवाड़ा: वह अभ्यर्थियों के असली शैक्षणिक दस्तावेज ले लेता और उन्हें सरकारी नौकरी में चयन के फर्जी दस्तावेज तैयार करके दे देता।
- भागीदार: इस खेल में उसकी पत्नी, परिवार और ससुराल पक्ष के कई लोग शामिल हैं।
बीकानेर में ठगी का गणित
आरोपी के खिलाफ बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, रावतसर और झुंझुनूं में केस दर्ज हैं।
- बीकानेर शहर: अकेले बीकानेर में उसने करीब 2.58 करोड़ की ठगी की है।
- नगर निगम भर्ती: सफाई कर्मचारी बनवाने के नाम पर उसने 31 बेरोजगारों से 1 करोड़ 38 लाख रुपये ठगे।
- एक परिवार से 50 लाख: बच्चों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक ही परिवार से 50 लाख रुपये ऐंठ लिए।
- दर्ज मुकदमे: मुक्ताप्रसाद थाने में 2, जबकि गंगाशहर, जेएनवीसी और सदर थाने में 1-1 मुकदमा दर्ज है।
जेल गया, बेल मिली और अब फरार
अप्रैल 2024 में सूरतगढ़ पुलिस ने जयगणेश को गिरफ्तार किया था। 7 दिन के रिमांड और मोबाइल जांच में सामने आया कि उसने प्रदेश के 9 शहरों में 20 करोड़ की ठगी की है। करीब डेढ़ महीने जेल में रहने के बाद वह हाई कोर्ट से जमानत पर छूट गया। तब से वह फरार है और पुलिस उसे पकड़ने तो दूर, उसके घर तक नहीं जा पा रही है।
आईजी बोले- फाइलें मंगवाई हैं
बीकानेर रेंज आईजी हेमंत शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सख्ती दिखाई है। उन्होंने कहा, "आरोपी के खिलाफ संभाग के कई थानों में केस दर्ज हैं। बीकानेर के पांच मामले मेरे पास आए हैं, जिनकी फाइलें तलब की गई हैं। जांच में लापरवाही बरतने वालों पर भी गाज गिर सकती है।"

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