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बीकानेर में शर्मनाक करतूत: तांत्रिक क्रिया के बहाने नवविवाहिता से छेड़छाड़, मामा ससुर ने बनाया संबंध बनाने का दबाव; SP के आदेश पर मुकदमा दर्ज

India-1stNews



– मई 2025 में हुई थी शादी: 'झाड़ा' देने के नाम पर करता था गंदी हरकतें, विरोध करने पर कमरे में बंद कर पीटा; सास और मौसी सास भी नामजद

– पुलिस की लापरवाही: थाने के चक्कर काटती रही पीड़िता, नहीं हुई सुनवाई; एसपी के दखल के बाद मुक्ताप्रसाद थाने में FIR दर्ज

बीकानेर, 21 दिसंबर (रविवार)।बीकानेर में रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक गंभीर मामला सामने आया है। मुक्ताप्रसाद नगर थाना क्षेत्र में एक नवविवाहिता को तांत्रिक क्रियाओं के नाम पर हवस का शिकार बनाने की कोशिश की गई। आरोप है कि महिला के मामा ससुर ने झाड़-फूंक के बहाने उससे छेड़छाड़ की और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया।

​हैरानी की बात यह है कि जब पीड़िता और उसके परिजन फरियाद लेकर थाने पहुंचे, तो पुलिस ने टालमटोल की। आखिर में पुलिस अधीक्षक (SP) के आदेश पर अब मामला दर्ज किया गया है।

मई में शादी, कुछ दिन बाद ही शुरू हुआ खेल

​पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी शादी मई 2025 में हुई थी।

  • आरोपी की एंट्री: शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष के एक रिश्तेदार (मामा ससुर) का घर में आना-जाना बढ़ गया।
  • मोडस ऑपरेंडी: आरोप है कि उक्त व्यक्ति तांत्रिक क्रियाओं और 'झाड़ा' देने के बहाने पीड़िता को अनुचित तरीके से स्पर्श करता था। वह उसे डराता-धमकाता और शारीरिक संबंध बनाने का दबाव डालता था। लोक-लाज के डर से पीड़िता चुप रही।

सितंबर में पार की हदें: कमरे में बंद कर पीटा

​सितंबर 2025 में आरोपियों ने सारी हदें पार कर दीं।

  • बंधक बनाया: आरोप है कि मामा ससुर ने घर की अन्य महिलाओं (सास और मौसी सास) की मौजूदगी में पीड़िता को एक कमरे में बंद कर दिया।
  • हमला: वहां उसके साथ गलत हरकतें की गईं। जब पीड़िता ने विरोध किया, तो उसके साथ मारपीट की गई और कपड़े फाड़ने की कोशिश की गई।
  • रेस्क्यू: पीड़िता ने किसी तरह अपने परिजनों को फोन कर आपबीती बताई। पीहर पक्ष के लोग तुरंत पहुंचे और उसे ससुराल से निकालकर लाए। मारपीट के कारण उसे गंगाशहर अस्पताल और एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाना पड़ा।

खाकी की बेरुखी: चक्कर काटता रहा पीड़ित परिवार

​परिजनों का आरोप है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में वे रिपोर्ट लेकर स्थानीय पुलिस थाने गए थे, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। कई दिनों तक उन्हें टालमटोल कर वापस भेज दिया गया।

थक-हारकर पीड़िता ने एसपी के समक्ष गुहार लगाई। एसपी की फटकार के बाद मुक्ताप्रसाद नगर थाने में मामला दर्ज हुआ।

तीन नामजद, जांच शुरू

​पुलिस ने पीड़िता की रिपोर्ट पर तीन लोगों को नामजद किया है:

  1. ​मामा ससुर (मुख्य आरोपी)
  2. ​सास
  3. ​मौसी सास (मासी सासु)

​मामले की जांच एसआई रतिराम को सौंपी गई है। पुलिस अब आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।


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