बीकानेर@ देशनोक पुल के पास एक दुघर्टना में मारे गए रिश्ते के 6 भाइयों के परिवारों को आर्थिक सहायता दिलाने का आंदोलन तेज हो रहा है। जिसके चलते 21 जनों के क्रमिक अनशन शुरू किया है। इधर आंदोलन को तीव्र करने के लिए सोमवार को बीकानेर, नोखा, लूणकरणसर और देशनोक सहित अन्य क्षेत्रों में बंद का आह्वान किया गया है। शनिवार रात को नोखा में हुई बैठक में विभिन्न व्यापारिक संगठनों ने बंद का समर्थन किया। इनमें किराणा व्यापार मंडल के अध्यक्ष बजरंग लाल पाणेचा, फल-सब्जी यूनियन के अध्यक्ष जुगलकिशोर भार्गव, कच्चीआढ़त व्यापार संघ के अध्यक्ष शिवकुमार डेलू, महावीर इंटरनेशनल केंद्र के चेयरमैन सुरेंद्र हीरावत और पशुआहार व्यापार मंडल के अध्यक्ष मनोज कुलड़िया शामिल हैं।
22 अप्रैल को बीकानेर कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव
नोखा सैन मंदिर में आयोजित बैठक में समाज के सदस्यों ने प्रशासन की उदासीनता पर गहरा रोष जताया। उनका आरोप है कि हादसे के बाद प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। देशनोक हादसा संघर्ष समिति ने 21 अप्रैल को बीकानेर, नोखा, लूणकरणसर और देशनोक सहित अन्य क्षेत्रों में बंद का आह्वान किया है।
22 अप्रैल को बीकानेर कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव का आयोजन किया जाएगा। इसमें सर्व समाज के लोग शामिल होकर पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की मांग करेंगे। प्रदर्शनकारी पुल निर्माण में खामियों के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता महेंद्र गहलोत के नेतृत्व में गोविंद राम मेघवाल, रामनिवास कूकणा आदि भी शामिल हैं। मेघवाल ने बताया कि सोमवार सुबह बंद का आह्वान किया है। नोखा के व्यापारिक संगठनों ने बंद को समर्थन दिया है। वहीं बीकानेर शहर में भी व्यापारिक प्रतिष्ठानों से बंद रखने का निवेदन किया गया है। हालांकि स्कूल, कॉलेज व अस्पतालों को बंद से मुक्त रखा गया है।
प्रशासन से आज हुई वार्ता में जिला कलेक्टर नम्रता व एसपी कावेंद्र सागर ने सकारात्मक प्रयास किया पर कुछ निष्कर्ष नही निकला हालांकि प्रशासन ने पुल के जांच के आदेश दे रखे है।
0 Comments