बीकानेर। उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर मंडल में आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए बुधवार को जामसर स्टेशन यार्ड में बड़ा संयुक्त मॉक ड्रिल आयोजित किया गया। रेलवे के संरक्षा विभाग की ओर से आयोजित इस मॉक ड्रिल में NDRF, SDRF, रेलवे, अग्निशमन विभाग, स्काउट-गाइड, सिविल पुलिस और चिकित्सा विभाग की टीमें शामिल हुईं।
अभ्यास के दौरान सुबह 10:51 से 12:17 बजे के बीच यह परिकल्पना की गई कि स्टेशन से गुजर रही गाड़ी संख्या 19720 के दो कोच अचानक यार्ड में पटरी से उतर गए। स्टेशन मास्टर ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत कंट्रोल रूम को सूचित किया, जिसके बाद अधिकारियों ने एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (ART) और सेल्फ प्रोपेल्ड एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (SPART) को घटनास्थल के लिए रवाना किया।
घटनास्थल पर पहुंचकर NDRF और SDRF की टीमों ने अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए राहत-बचाव कार्यों का प्रदर्शन किया। सबसे पहले दुर्घटनास्थल को सुरक्षा टैग से घेराबंदी कर सुरक्षित किया गया। लाउडस्पीकर से लोगों को शांत रहने और सहयोग करने की अपील की गई।
कुल 30 घायलों को कोच से सुरक्षित बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार दिया गया। गंभीर रूप से घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से रेलवे अस्पताल लालगढ़, राजकीय अस्पताल बीकानेर और निजी अस्पतालों में भेजा गया।
इस दौरान कुल 7 एंबुलेंस (रेलवे, सरकारी व निजी अस्पतालों सहित 108 सेवा) मौके पर तैनात रहीं।
घायलों की सूची तैयार करने के बाद रेलवे स्टाफ ने सुनिश्चित किया कि कोच में कोई व्यक्ति शेष न रहे। घटना स्थल की निगरानी ड्रोन कैमरों से की गई, वहीं सिग्नल और टेलीकॉम विभाग की ओर से पूरे अभ्यास का लाइव प्रसारण मंडल कार्यालय और मुख्यालय के डिजास्टर मैनेजमेंट रूम तक किया गया।
जनसंपर्क विभाग की ओर से मीडिया को वास्तविक जानकारी उपलब्ध कराई गई और हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए ताकि घायलों के परिजन संपर्क कर सकें।
इस अभ्यास में रेलवे के वाणिज्य, इंजीनियरिंग, यांत्रिक, चिकित्सा, संरक्षा, सिग्नल, टेलीकॉम और कार्मिक विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
अंत में अपर मंडल रेल प्रबंधक रूपेश कुमार ने सभी एजेंसियों का आभार जताते हुए कहा कि “ऐसे अभ्यास आपदा प्रबंधन की तत्परता और समन्वय की परीक्षा होते हैं।”
वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी अंकुर कुमार झिंगोनिया ने भी सफल आयोजन पर सभी विभागों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
रेलवे की ओर से बताया गया कि यह मॉक ड्रिल पूरी तरह सफल और मापदंडों के अनुरूप रही। यह अभ्यास भविष्य में संभावित आपदाओं के दौरान राहत कार्यों में तेज़ी और समन्वय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया गया था।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
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