बीकानेर। बीकानेर के युवा साहित्यकार और शिक्षाविद् श्याम निर्मोही आगामी 30 और 31 अक्टूबर को सीकर ज़िले के सांगलिया स्थित बाबा खींवादास स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं शिक्षा, साहित्य, शोध पुरस्कार समारोह में विशेष वक्ता के रूप में भाग लेंगे।
यह दो दिवसीय संगोष्ठी मानविकी बहु-अनुशासनिक साहित्य शोध संस्थान, रावतसर (हनुमानगढ़), चिंतन प्रकाशन, कानपुर, और बाबा खींवादास स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सांगलिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है।
श्याम निर्मोही इस संगोष्ठी में “भूमंडलीकृत वैश्वीकरण के संदर्भ में भारतीय संस्कृति का बाजारीकरण: बाजारवाद और दलित विमर्श” विषय पर अपना शोधपरक व्याख्यान प्रस्तुत करेंगे।
प्रकाश पुंज फाउंडेशन, बीकानेर के निदेशक डॉ. सुभाष प्रज्ञ ने बताया कि श्याम निर्मोही साहित्य और समाज के क्षेत्र में निरंतर सक्रिय हैं तथा ‘मानविकी बहु-अनुशासनिक साहित्य शोध संस्थान’ की सलाहकार मंडल समिति के सदस्य भी हैं।
डॉ. प्रज्ञ ने कहा कि यह बीकानेर के लिए गर्व की बात है कि स्थानीय युवा लेखक को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मंच पर अपने विचार साझा करने का अवसर मिला है।

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