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बीकानेर: 'आर्मी एरिया' में पानी सप्लाई के बहाने बिछाया ठगी का जाल, मीडियाकर्मी की सूझबूझ से नाकाम हुआ साइबर ठगों का मंसूबा

India-1stNews





– 200 कार्टून पानी का दिया ऑर्डर, फिर 'सर्वर डाउन' बताकर बैंक डिटेल मांगते ही माथा ठनका

– साइबर सेल की मदद से हुआ खुलासा, नंबर निकला फर्जी

बीकानेर, 25 नवंबर। साइबर ठगों ने अब व्यापारियों को निशाना बनाने के लिए "आर्मी" के नाम का सहारा लेना शुरू कर दिया है। बीकानेर में आज ऐसा ही एक मामला सामने आया, जहाँ एक मीडियाकर्मी एवं व्यवसायी अपनी सूझबूझ के चलते बड़ी ठगी का शिकार होने से बाल-बाल बच गए।

​ठग ने खुद को फौजी बताकर आर्मी एरिया में पानी की बड़ी सप्लाई का ऑर्डर दिया और भुगतान के बहाने बैंक खाते की जानकारी मांगकर चूना लगाने की कोशिश की।

ऐसे बिछाया जाल: "पार्टी है, पानी भिजवा दो"

​जानकारी के अनुसार, आज सुबह 10:28 बजे मीडियाकर्मी और व्यवसायी इमरान खान के पास मोबाइल नंबर 7015536441 से एक फोन आया। कॉलर ने अपना नाम अनिल बताया और खुद को आर्मी एरिया का निवासी कहा।

​ठग ने विश्वास जीतने के लिए कहा कि उसने एक होटल वाले से नंबर लिया है। उसने कहा कि आर्मी एरिया में पार्टी के लिए 100 कार्टून (1 लीटर) व 100 कार्टून (200 एमएल) पानी की जरूरत है। उसने माल उदासर गेट पर मंगवाया और मौके पर ही 25 हजार रुपये नकद भुगतान करने का झांसा दिया। साथ ही 5 दिन तक लगातार सप्लाई का लालच भी दिया।

'सर्वर डाउन' और 'एंट्री पास' का पैंतरा

​इमरान खान ने अपने कर्मचारी के माध्यम से पानी की सप्लाई मौके पर भिजवा दी। इसके बाद ठग ने अपना असली खेल शुरू किया। उसने ड्राइवर को फोन कर कहा:

“सर्वर डाउन है, कैश नहीं दे पाऊंगा। आप अपने सेठ से बैंक अकाउंट नंबर व यूपीआई आईडी मांगकर भेजो, मैं ऑनलाइन ट्रांसफर कर दूंगा और अंदर आने के लिए एंट्री पास भी बनवा दूंगा।”


साइबर सेल से संपर्क, खुली पोल

​जब ड्राइवर ने यह बात इमरान खान को बताई, तो उन्हें शक हुआ क्योंकि आर्मी में भुगतान की प्रक्रिया ऐसी नहीं होती। उन्होंने खाता संख्या देने के बजाय तत्काल साइबर सेल के दीपक यादव से संपर्क किया।

​जांच करने पर पता चला कि वह नंबर संदिग्ध है और यह कॉल पूरी तरह फर्जी है। ठग न तो मौके पर आया और न ही उसने फोन उठाया। यदि इमरान खान खाते की जानकारी या ओटीपी साझा कर देते, तो उनके खाते से राशि साफ हो सकती थी।

सावधान: यह है ठगों का तरीका

​साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठग अक्सर सेना या पुलिस की वर्दी की फोटो डीपी पर लगाकर सामान ऑर्डर करते हैं। फिर 'एंट्री पास' बनाने या 'सर्वर डाउन' होने का बहाना बनाकर QR कोड स्कैन करवाते हैं या बैंक डिटेल मांगते हैं। आमजन को सलाह है कि अनजान व्यक्ति से ऑनलाइन पेमेंट लेते या देते समय सतर्क रहें।



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