– नाल पुलिस और DST की संयुक्त बिसात में फंसा, पुलिस अब खंगाल रही पूरा नेटवर्क
बीकानेर पुलिस ने शहर में एमडी (मेफेड्रोन) ड्रग्स के नेटवर्क पर एक और बड़ा प्रहार किया है। इस बार पुलिस के हत्थे एक ऐसा तस्कर लगा है, जो लंबे समय से इस अवैध धंधे में लिप्त था, लेकिन अब तक पुलिस की नजरों से बचा हुआ था।
नाल थाना पुलिस और जिला स्पेशल टीम (DST) ने एक सुनियोजित संयुक्त ऑपरेशन में करमीसर निवासी 25 वर्षीय फिरोज को 48 ग्राम एमडी के साथ धर दबोचा।
लंबे समय से था सक्रिय, नशेड़ियों और तस्करों को करता था सप्लाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी फिरोज पुत्र जमालदीन लंबे समय से एमडी की तस्करी कर रहा था। वह न केवल सीधे नशेड़ियों (addicts) को एमडी बेच रहा था, बल्कि छोटे-मोटे तस्करों को भी माल सप्लाई करता था, जिससे वह इस नेटवर्क की एक अहम कड़ी बन गया था।
DST और नाल पुलिस का संयुक्त जाल
यह कार्रवाई एसपी कावेन्द्र सिंह सागर के निर्देशन और डीएसपी (डीएसटी) विश्वजीत सिंह के सुपरविजन में की गई।
नाल थानाधिकारी विकास बिश्नोई ने बताया कि मुखबिर से पुख्ता जानकारी मिलने के बाद, नाल पुलिस की टीम (जिसमें सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार और एएसआई रामकरण सिंह शामिल थे) और डीएसटी (जिसमें एएसआई दीपक यादव, हेडकांस्टेबल कानदान, महावीर और लखविंदर शामिल थे) ने एक संयुक्त टीम बनाकर आरोपी को दबोचने के लिए जाल बिछाया।
जैसे ही करमीसर निवासी फिरोज एमडी की खेप के साथ निकला, टीम ने उसे दबोच लिया। तलाशी में उसके पास से 48 ग्राम एमडी बरामद हुई।
अब नेटवर्क खंगालने की तैयारी
पुलिस ने आरोपी को एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया है। थानाधिकारी विकास बिश्नोई के अनुसार, अब जांच का मुख्य फोकस इस बात पर है कि फिरोज यह एमडी किससे लेकर आता था और बीकानेर में उसका नेटवर्क कहाँ तक फैला है। पुलिस को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्तारी से एमडी तस्करी के इस रैकेट से जुड़े कई और नाम सामने आ सकते हैं।

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