– हत्या में बदला मामला: 29 नवंबर को बोलेरो कैंपर में आए बदमाशों ने अशोक सियाग को उठाया था, रविवार शाम तोड़ा दम
– पुलिस का खुलासा: एफआईआर में नाम नहीं था, लेकिन जांच में सामने आई 'महिला' की साजिश; अन्य आरोपियों की तलाश तेज
बीकानेर/देशनोक, 15 दिसंबर।बीकानेर के देशनोक में 29 नवंबर को हुए एक युवक के अपहरण और बेरहमी से मारपीट के मामले ने अब गंभीर मोड़ ले लिया है। करीब 15 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद रविवार शाम को पीड़ित युवक अशोक सियाग ने दम तोड़ दिया।
युवक की मौत के बाद पुलिस ने मामले में हत्या (Murder) की धाराएं जोड़ दी हैं। वहीं, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस हत्याकांड की साजिश रचने के आरोप में सुमन नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है।
थाने से महज 100 मीटर दूर हुई थी वारदात
यह घटना पुलिस के लिए भी चुनौती थी क्योंकि अपहरणकर्ताओं ने देशनोक पुलिस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर वारदात को अंजाम दिया था।
- घटनाक्रम: मृतक के भाई लक्ष्मीनारायण सियाग (निवासी पांचू) ने रिपोर्ट दी थी कि अशोक देशनोक में शिवजी मंदिर के पास प्रसाद की दुकान चलाता था।
- अपहरण: 29 नवंबर की रात करीब 9:15 बजे नरसीराम, जगदीश, ओमप्रकाश, सीताराम, गोपाल और हरी सारण एक बोलेरो कैंपर में आए और अशोक को जबरन उठा ले गए।
रातभर दी रूह कंपाने वाली यातनाएं
अपहरण के बाद आरोपी अशोक को गोपाल सिराण की ढाणी (चिताणा गांव, नोखा) ले गए।
- बर्बरता: वहां पूरी रात उसे बंधक बनाकर लोहे की रॉड, लाठियों और सरियों से पीटा गया।
- फेंक गए: सुबह 6 बजे अधमरी और बेहोशी की हालत में उसे चिताणा गांव की रोही (सुनसान इलाके) में फेंककर फरार हो गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया था।
साजिश में महिला का हाथ
देशनोक थानाधिकारी सुमन शेखावत ने बताया कि जांच में एक नया खुलासा हुआ है। एफआईआर में सुमन नाम की महिला का नाम नहीं था, लेकिन अनुसंधान में सामने आया कि इस पूरी वारदात की साजिश उसी ने रची थी। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पुलिस अब नामजद अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है।

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