पहलगाम हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की। ये हमले बुधवार रात डेढ़ बजे 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली और मुजफ्फराबाद में किए गए।
ये वही ठिकाने हैं, जहां से भारत पर आतंकी हमलों की साजिश रची जा रही थी और उन्हें अंजाम दिया जा रहा था। पाकिस्तान की स्थानीय रिपोर्ट्स के मुताबिक, बहावलपुर में एयर स्ट्राइक के बाद 30 लोगों की मौत हुई है स्थानीय अस्पतालों में भारी अफरा-तफरी का माहौल है।
भारत ने कहा- पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया
इंडियन आर्मी ने कहा कि पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। आतंकी ठिकाने को निशाना बनाया गया है। उधर, न्यूज एजेंसी एएनआई को सूत्रों ने बताया कि यह एक संयुक्त सैन्य अभियान था, जिसमें भारतीय सेना और वायु सेना ने मिलकर सटीक हमला करने वाले हथियारों का इस्तेमाल किया।
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के ठिकानों को निशाना बनाने के इरादे से टारगेट सेलेक्ट किए थे।
भारत ने मॉर्डन वेपन्स का इस्तेमाल किया
न्यूज एजेंसी ANI के सूत्रों के मुताबिक, स्ट्राइक में तीनों सेनाओं यानी इंडियन आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की सटीक हमला करने वाली वेपन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया। इसमें लोइटरिंग म्यूनिशंस (कामिकाजे ड्रोन्स या सुसाइड ड्रोन्स) भी शामिल थे। इंटेलिजेंस एजेसियों ने पाकिस्तान और PoK में आतंकी कैंप्स के कोऑर्डिनेट्स मुहैया कराए थे। हमले भारत की धरती से ही किए गए थे। भारतीय सेना ने स्ट्राइक की लोकेशन का चुनाव जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के टॉप लीडरशिप को टारगेट करने के लिए किया था।
भारत ने जैश और लश्कर के हेड क्वार्टर में मिसाइल अटैक किया
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय पर हमला किया गया है। बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने और मुरीदके इलाके में लश्कर का मुख्यालय था।
BBC को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि भारतीय वायुसेना (IAF) ने बहावलपुर और मुरिदके पर हमला किया है।
अमेरिका में भारतीय दूतावास ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है।22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की बेरहमी से हत्या की।
भारत के पास पक्के सबूत, तकनीकी इनपुट और हमले से बचे लोगों की गवाही है, जो पाकिस्तान स्थित आतंकियों की संलिप्तता को साबित करते हैं।
उम्मीद थी कि पाकिस्तान आतंकी और उनके ढांचे पर कार्रवाई करेगा, लेकिन उसने इनकार किया और उल्टा भारत पर 'फॉल्स फ्लैग' ऑपरेशन के आरोप लगाए।
भारत की कार्रवाई सटीक, जिम्मेदार और गैर-उकसावे वाली रही। किसी पाकिस्तानी नागरिक, सैन्य या आर्थिक ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया। केवल आतंकियों के कैंप्स पर हमला हुआ।
हमलों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी NSA और विदेश मंत्री मार्को रुबियो से बात कर उन्हें पूरे ऑपरेशन की जानकारी दी।
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