बीकानेर। कांग्रेस संगठन सृजन प्रभारी राजेश लिलोठिया इन दिनों बीकानेर में डेरा डाले हुए हैं। उनका प्रवास महज़ औपचारिक फीडबैक यात्रा नहीं, बल्कि आगामी संगठनात्मक बदलाव की भूमिका लिखता नज़र आ रहा है। लगातार नेताओं व कार्यकर्ताओं से रायशुमारी कर रहे लिलोठिया की रिपोर्ट सीधे आलाकमान तक पहुंचेगी।
संगठनात्मक समीकरणों को लेकर बीकानेर में कांग्रेस हलकों में हलचल तेज़ है। खासकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाएं अपने चरम पर हैं। यशपाल गहलोत, अनिल कल्ला, मकसूद अहमद, हारूण राठौड़, मनोज चौधरी, रवि पुरोहित, अरुण व्यास, अरविंद मिठ्ठा, गजेंद्र सांखला और नितिन वत्सस सहित कई नाम दौड़ में हैं। इनमें से कुछ नाम सबसे मज़बूत दावेदार माने जा रहे हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बार "अप्रोच" से ज्यादा "ग्राउंड वर्क" को महत्व मिल सकता है। यानी वर्षों से धरातल पर सक्रिय कार्यकर्ताओं को संगठन में अहम जिम्मेदारी का मौका मिलेगा।
सर्किट हाउस इन दिनों कांग्रेस नेताओं की सक्रियता का केंद्र बना हुआ है, जहां सुबह-शाम नेताओं की आवाजाही बदस्तूर जारी है। उधर, देहात कांग्रेस में अभी हलचल अपेक्षाकृत कम है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक वहां भी जल्द फेरबदल संभव है।
आख़िरकार कौन-सा नाम कांग्रेस संगठन की कमान संभालेगा, इसका निर्णय आलाकमान ही करेगा। फिलहाल बीकानेर की राजनीति संगठनात्मक समीकरणों के इसी इंतज़ार में सुलग रही है।
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