Mobile Logo Settings

Mobile Logo Settings

छोटी काशी में पहली बार त्रेता युग सा नजारा: 25 को सजेगा राम-जानकी का विवाह मंडप, बीकानेर की सड़कों पर निकलेगी भगवान राम की शाही बारात

India-1stNews



– बीकानेर मानस परिवार का ऐतिहासिक आयोजन: पं. जुगल किशोर ओझा बनेंगे राजा जनक, पं. राजेन्द्र किराडू निभाएंगे दशरथ की भूमिका

– 23 से 26 नवंबर तक चलेंगे मांगलिक कार्यक्रम, शहर में गूंजेंगे विवाह गीत

बीकानेर, 22 नवंबर।धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी बीकानेर, जिसे 'छोटी काशी' के नाम से जाना जाता है, इतिहास में पहली बार एक दैवीय और भव्य आयोजन का साक्षी बनने जा रही है। बीकानेर मानस परिवार द्वारा विवाह पंचमी के अवसर पर 25 नवंबर 2025 को भव्य 'राम जानकी विवाह समारोह' का आयोजन किया जा रहा है।

​इस आयोजन के जरिए पूरा शहर त्रेता युग की यादों में खो जाएगा और रामराज के सुखद अनुभव को महसूस करेगा।

अयोध्या से जनकपुरी तक निकलेगी 'दैविक बारात'

​आयोजनकर्ता नरेश कुमार पुरोहित ने बताया कि इस समारोह में भगवान राम, भरत, लक्ष्मण एवं शत्रुघ्न के विवाह की भव्य बारात निकाली जाएगी। आयोजन के तहत एक ओर अयोध्या पुरी का वातावरण निर्मित किया जाएगा, तो वहीं दूसरी ओर जनकपुरी की छटा देखने को मिलेगी।

  • बारात का मार्ग: बारात जवाहर पार्क राम मंदिर (अयोध्यापुरी) से शुरू होकर परशुराम सर्किल, एमएम ग्राउंड, जस्सूसर गेट, बिनानी चौक, तेलीवाड़ा चौक, मोहता चौक, हर्ष का चौक, बारह गुवाड़, और नत्थूसर गेट होते हुए वापस जवाहर पार्क राम मंदिर (जनकपुरी) पहुंचेगी।
  • अगुवाई: बारात की अगुवाई ऋषि वशिष्ठ और राजा दशरथ करेंगे। बारात में ढोल, नगाड़े, शंख और शहनाई की गूंज रहेगी।

विख्यात पंडित निभाएंगे मुख्य भूमिकाएं

​इस रामलीला स्वरूप आयोजन में बीकानेर की प्रतिष्ठित हस्तियां पौराणिक पात्रों की भूमिका में नजर आएंगी:

  • राजा दशरथ: बीकानेर के विख्यात पंडित एवं ज्योतिष आचार्य श्री राजेन्द्र जी किराडू
  • राजा जनक: विश्व विख्यात पंडित जुगल किशोर जी ओझा (पुजारी बाबा)
  • सानिध्य: राम झरोखा के महंत महामंडलेश्वर सज्जू दास जी महाराज

चार दिवसीय मांगलिक कार्यक्रम (शेड्यूल)

​विवाह समारोह की रस्में 23 नवंबर से शुरू होकर 26 नवंबर तक चलेंगी:

  • 23 नवंबर: हाथ दान, हल्दी, कुलदेवी पूजन और मांगलिक भजन।
  • 24 नवंबर: मेहंदी, गणेश परिक्रमा और संगीत समारोह।
  • 25 नवंबर (विवाह पंचमी): प्रातः बीकानेर के सभी रघुनाथ मंदिरों में अभिषेक। इसके बाद बारात प्रस्थान, पाणिग्रहण संस्कार (फेरे), संतों के आशीर्वचन और महाप्रसाद।
  • 26 नवंबर: कुंवर कलेवा, छप्पन भोग और प्रदीप माला।

विवाह मंडप और जयमाला

​जब बारात जनकपुरी पहुंचेगी, तो राजा जनक द्वारा बारातियों का स्वागत किया जाएगा। शुभ मुहूर्त पर जानकी जी (माता सीता) अपने आराध्य प्रभु राम को जयमाला पहनाएंगी। विवाह मंडप प्रकांड पंडितों के मंत्रोच्चार से गूंज उठेगा।

​बीकानेर मानस परिवार ने सभी शहरवासियों से इस ऐतिहासिक और दैवीय आयोजन का हिस्सा बनने का आह्वान किया है। इच्छुक भक्त पात्र बनने के लिए संस्था से संपर्क कर सकते हैं।


Post a Comment

0 Comments