बीकानेर@ कोटगेट क्षेत्र के दुकानदारों ने कोटगेट पर बेतरतीब रूप से खड़े रहने वाले पिचका पानीपूरी, पापड़ी के वेंडर्स (ठेलेवाले), ऑटोरिक्शा व वाहन खड़े करने वालों को व्यवस्थित करने की मांग की। बता दें कि कोटगेट पर करीब 100 गाड़े पिचके पापड़ी के आड़े तिरछे खड़े रहे हैं जिससे वहां स्थित दुकानदारों को बहुत परेशानी होती है साथ ही राहगीरों को भी आने जाने का मार्ग नहीं मिलता। आए दिन वेंडर्स और दुकानदारों के बीच कहासुनी भी होती रहती है। दुकानदार कैलाश स्वामी, ऋषि भाटिया, कुलदीप नैयर, संतोष चौरसिया, नारायण माली, हरिप्रकाश चौरसिया, हरिजी, सुनील नाथ ने ट्रेफिक पुलिस प्रशासन से कदम उठाने की मांग की।
कई ठेले वाले दूसरे प्रदेशों के, नहीं हो रहा पुलिस वेरिफिकेशन
गौरतलब है कि बीकानेर में उप्र, मप्र व दूसरे प्रदेशों के लोग बड़ी तादाद में आकर पानी पूरी, चाट, पिचका, पापड़ी आदि के खाद्य पदार्थ व चाऊमीन, पनीर चिली, बर्गर जैसे अस्वास्थ्यकर भोज्य पदार्थ बनाकर धड़ल्ले से बेच रहे हैं। ज्यादातर ये लोग सघन घनी बस्तियों की तंग गलियों में निवास करते हैं जहां इनका कोई पुलिस वेरिफिकेशन नहीं होता। यहां आकर रह रहा कोई भी शख़्स दूसरे प्रदेशों में किसी अपराध को कारित करके भी आया हो सकता है तथा उसकी आपराधिक प्रवृत्ति से बीकानेरवासियों पर भी अपराध के साये की काली छाया की आशंका मंडराती रहती है वहीं स्वास्थ्य विभाग शायद ही कभी इन ठेलेवालों के खाद्य पदार्थों की जांच करता है, ऐसे में इन पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता भी संदेह के घेरे में है जो बीकानेर के बच्चों, किशोरों, महिलाओं, युवाओं के साथ बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर सीधा निशाना कहा जा सकता है।
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