– बज्जू खालसा की घटना: 19 नवंबर को घर में घुसकर ले गए थे बेटियां, शिकायत करने पर दी थी जान से मारने की धमकी
– सदमे में 27 नवंबर को दादा चौथाराम ने खाया था जहर, इलाज के दौरान तोड़ा दम
बीकानेर/बज्जू, 1 दिसंबर।बीकानेर के बज्जू खालसा में गुंडाराज और दहशत का एक खौफनाक मामला सामने आया है। घर से दो बेटियों का अपहरण और उसके बाद आरोपियों द्वारा पूरे परिवार को खत्म करने की धमकियों से मिले मानसिक आघात के चलते एक बुजुर्ग की जान चली गई।
परेशान होकर बुजुर्ग ने जहर खा लिया था, जिनकी इलाज के दौरान पीबीएम अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने मोर्चरी के बाहर मिली रिपोर्ट पर 6 नामजद आरोपियों सहित अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
19 नवंबर को घर में घुसकर किया था अपहरण
परिवादी बुधराम (पुत्र चौथाराम विश्नोई, निवासी बज्जू खालसा) ने पुलिस को बताया कि 19 नवंबर 2025 की रात आरोपी एकराय होकर गाड़ियों में सवार होकर उनके घर पहुंचे।
आरोपियों ने घर में जबरन घुसकर परिवार को डराया-धमकाया और परिवादी की दो पुत्रियों—कविता और किरण—का जबरन अपहरण कर गाड़ियों में डालकर ले गए।
"शिकायत की तो सबको मार देंगे"
रिपोर्ट के मुताबिक, अपहरण के बाद भी आरोपियों की दहशत कम नहीं हुई। वे दोबारा घर आए और परिवादी बुधराम और उनके पिता चौथाराम को धमकाया। उन्होंने कहा कि "यदि मामले की शिकायत पुलिस में की, तो पूरे परिवार को जान से मार देंगे।"
धमकी और बेइज्जती के डर से बुजुर्ग ने दी जान
इस धमकी और बेटियों के अपहरण की घटना से बुजुर्ग पिता चौथाराम गहरे सदमे और मानसिक पीड़ा में चले गए। इसी डर और व्यथा के चलते उन्होंने 27 नवंबर को जहर खा लिया।
परिजन उन्हें गंभीर हालत में पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां तीन दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद 30 नवंबर को उन्होंने दम तोड़ दिया।
इन आरोपियों पर दर्ज हुआ मुकदमा
बज्जू पुलिस ने परिवादी की रिपोर्ट पर निम्न आरोपियों के खिलाफ बीएनएस (BNS) की धाराओं में मामला दर्ज किया है:
- शिशपाल पुत्र गंगाराम (निवासी मोडायत)
- श्रीचंद पुत्र शिशपाल (निवासी मोडायत)
- राकेश पुत्र शिशपाल (निवासी मोडायत)
- सुरेश भादू (निवासी मोडायत)
- अभिषेक पुत्र मोहनराम (निवासी लोहावट)
- मोहनराम पुत्र सुखराम (निवासी लोहावट)
- अन्य 3-4 अज्ञात युवक।
मामले की जांच उप निरीक्षक मनीराम को सौंपी गई है।

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