– श्रीडूंगरगढ़ की घटना: घर से भागे थे दोनों, परिजनों ने पकड़कर करवा दी थी सगाई; लड़का बना रहा था दबाव
– 25 सितंबर को लड़की ने लगाई थी फांसी, पुलिस ने अब नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा
बीकानेर, 10 दिसंबर।बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ थाना इलाके में एक 16 वर्षीय नाबालिग लड़की की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने करीब ढाई महीने बाद कार्रवाई की है। पुलिस ने बुधवार को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मृतका के मंगेतर (जो खुद भी 16 साल का नाबालिग है) को निरुद्ध (Detain) किया है।
जांच में सामने आया है कि दोनों के बीच प्रेम प्रसंग था और परिजनों ने उनकी सगाई कर दी थी। लेकिन लड़का जल्दी शादी करने का दबाव बना रहा था, जिससे परेशान होकर लड़की ने मौत को गले लगा लिया।
प्यार, भागना और फिर सगाई
थानाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मामला सितंबर महीने का है। एक ही गांव के रहने वाले 16 वर्षीय लड़का और लड़की पड़ोसी थे और एक-दूसरे से प्यार करते थे।
- भागना: इसी प्यार के चलते वे एक बार घर से भाग गए थे।
- समझौता: परिजनों ने उन्हें ढूंढ निकाला। इसके बाद दोनों परिवारों में सहमति बनी और लोक-लाज के चलते नाबालिगों की सगाई कर दी गई।
शादी की जिद बनी काल
सगाई के बाद लड़का लगातार लड़की पर जल्दी शादी करने का दबाव बनाने लगा, जबकि लड़की अभी शादी नहीं करना चाहती थी। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद भी चल रहा था।
इसी मानसिक दबाव के चलते 25 सितंबर को नाबालिग लड़की ने अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर लिया।
पिता की रिपोर्ट पर कार्रवाई
घटना के बाद लड़की के पिता ने लड़के पर बेटी को सुसाइड के लिए उकसाने और जल्दी शादी का दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था।
एफआईआर दर्ज होने के करीब ढाई महीने बाद जांच पूरी करते हुए पुलिस ने बुधवार को आरोपी नाबालिग लड़के को पकड़ा। चूंकि आरोपी नाबालिग है, इसलिए उसे स्पेशल कोर्ट के आदेश पर बाल सुधार गृह भेज दिया गया है।

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