– लीलाधर पंडित ने 11 दिसंबर को दो बेटियों को बिना दहेज किया विदा: शिक्षित बेटियों राधिका और अंजलि का विवाह सिर्फ शगुन लेकर हुआ संपन्न
– समाज की कुरीतियों पर प्रहार: भाजपा-कांग्रेस नेताओं और संतों ने की पहल की सराहना, कहा- इससे समाज को मिलेगी नई दिशा
बीकानेर, 13 दिसंबर।जहां आज के दौर में शादियां अक्सर भारी-भरकम खर्च और दहेज के बोझ तले दब जाती हैं, वहीं बीकानेर में वाल्मीकि समाज ने एक अनुकरणीय उदाहरण पेश किया है। राष्ट्रीय वाल्मीकि क्रांतिकारी मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री लीलाधर जी पंडित ने अपनी दो शिक्षित बेटियों का विवाह पूर्णतः दहेज मुक्त करवाकर समाज को एक नई राह दिखाई है।
11 दिसंबर को हुए इस विवाह समारोह में न तो कोई मांग थी और न ही कोई दिखावा। पिता ने मात्र एक रुपया और श्रीफल (नारियल) के प्रतीकात्मक शगुन के साथ बेटियों को विदा किया।
इन दो जोड़ों का हुआ विवाह
लीलाधर पंडित ने अपनी बेटियों का विवाह बीकानेर के ही प्रतिष्ठित परिवारों में किया:
- राधिका संग प्रमोद (पुत्र श्री शैलेन्द्र जी चांवरिया, निवासी विनोबा बस्ती, बीकानेर)।
- अंजलि संग अजय (पुत्र श्री चेतन जी जावा, निवासी शिवबाड़ी, बीकानेर)।
इस साहसिक कदम से समाज में गंभीर रूप धारण कर रही दहेज प्रथा जैसी कुरीति के विरुद्ध एक सकारात्मक संदेश गया है।
संतों और नेताओं का मिला आशीर्वाद
इस पुनीत कार्य में आशीर्वाद देने के लिए समाज के कई दिग्गज, राजनीतिक और प्रशासनिक लोग शामिल हुए। श्री संतोष आनंद महाराज के सानिध्य में विवाह संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में विश्व मानवाधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. शांतिलाल जावा, भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह शेखावत, सरपंच जितेन्द्र सिंह चांवरिया, मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र जी हटवाल, कांग्रेस नेता संजय पंवार, पार्षद नंदलाल जावा, जयदीप सिंह जावा (महासचिव, प्रदेश कांग्रेस SMD), भागीरथ सारवान, जीएसटी अधिकारी रामनिवास जी सहित कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
जयदीप सिंह जावा ने कहा कि लीलाधर पंडित साधुवाद के पात्र हैं और यह पहल पूरे समाज के लिए प्रेरणादायक है।

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